बस्तर/ चंदामेटा गांव, जो कि छत्तीसगढ़ बस्तर जिले दरभा ब्लॉक में स्थित एक गांव है, स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहली बार इस गांव में चुनाव होने जा रहा है। लगभग 70 घरों वाला यह गांव लोकतांत्रिक चुनावी प्रक्रिया तैयार है । इस गांव में ग्रामीणों की मांग पर मतदान केन्द्र स्थिापित किया गया है।सड़कों के निर्माण और एक नए स्कूल भवन सहित आवश्यक बुनियादी ढांचे यहां हाल ही में बने हैं।
अति-आवश्यक सुविधाएं ग्रामीणों के बीच नागरिक कर्तव्य और जुड़ाव की भावना को बढ़ावा देने में सहायक रही हैं। ऐतिहासिक चुनावों की उम्मीद में, मतदान प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने और सभी निवासियों के लिए एक सहज चुनावी अनुभव सुनिश्चित करने के लिए चांदामेटा में शिविर स्थापित किया गया था। उत्साह से स्पष्ट है, चुनाव गाँव के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रहा है।चंदामेटा अपनी अनूठी चुनौतियों हमेशा रूबरू रहा है कभी यह नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। तुलसी डोंगेरी नक्सली गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र बिन्दु था। चुंकि इस गांव में चुनाव आजादी के बाद पहली बार किए जा रहें है इसीलिए इस असाधारण घटना को कवर करने के लिए विभिन्न मीडिया का जमावाड़ा देखा जा रहा है जो गांव की कुल आबादी से कहीं ज्यादा है। चांदामेटा का छोटा सा गांव आगंतुकों की मेजबानी में जुटा है । यहां ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
चांदामेटा में आगामी विधानसभा चुनाव भारत में लोकतंत्र की स्थायी भावना का एक प्रमाण है, जो गांव में उत्साह और आशा की एक अभूतपूर्व लहर लेकर आया है, जो आजादी की शुरुआत से ही इस अवसर की प्रतीक्षा कर रहा था।